23 अगस्त को आयोजित बंद का विरोध करेगा,स्वर्णकार समाज।
19 अगस्त को गोपाल जी का मन्दिर, खेजडो का रास्ता, जयपुर मे त्रिलोक चंद कङेल की अध्यक्षता मे स्वर्णकार समाज की आपात बैठक बुलाई गई,जिसमे सरकार द्वारा अनिवार्य हॉलमार्किंग व Huid विषय पर गहनता से विचार विमर्श किया गया । सभी की एक राय रही कि "अनिवार्य हॉलमार्किंग व Huid किसी भी हाल मे वापस नहीं होगा"। सर्व स्वर्णकार समाज नेतृत्व विकास संस्थान के अध्यक्ष त्रिलोकचंद कङेल ने कहा कि, विरोध वही ज्वैलर कर रहे है, जो खोटा माल बेचकर उपभोक्ता को ठग रहे है । अब ऐसा आगे चलने वाला नही है, ओर जिनके शोरूमो मे मोटा दो नम्बर का काला धन लगा है वो ही इस का विरोध कर बन्द का आह्वान कर रहे है।
उन्होनें कहा कि एक्ट को समझने व अपनाने मे ईमानदार ज्वैलर्स को थोडे दिन तकलीफ आ सकती है ,लेकिन यह उसके फायदेमंद साबित होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ बङे सलाफा व्यापारी, एक्साइज ड्यूटी आन्दोलन की भाँति सभी छोटे बडे कारीगर, दुकानदार, ज्वैलर्स की दुकाने बन्द करवाकर अपने स्वार्थ पिछली बार की तरह सीधा करना चाह रहे है ।
ज्ञातव्य है कि वर्तमान समय मे जो ज्वैलर्स BIS मे रजिस्टर्ड हैं उन पर ही ये लागू है जो राजस्थान मे करीबन 500-600 ही है। जबकि राजस्थान मे ज्वैलरी का काम करने वाली दुकाने 50,000 के लगभग है। सराफा सगठन इन सब को बन्द करवाने का झुठा दावा कर रहे है । मिटिंग मे इस दावे को हिटलरशाही बताते हुऐ सभी ने भर्त्सना की ।
उपभोक्ता ओर स्वर्णकार समाज के हितो को देखते हुए बन्द मे इन का साथ नही देने, ओर 23अगस्त को अपने प्रतिष्ठान समाज हित मे खोलने का आह्वान किया गया है।
बैठक मे प्रमुख रूप से विचार रखने वाले त्रिलोक चन्द कडेल, नारायण मोसुण, बीहारी लाल तुणगर, सुरेन्द्र कुमार सुनालिया, महेन्द्र सहदेवडा, सत्यनारायण डावर,वेदप्रकाश डावर,पवन कुमार नारनोली, कमल जामवाल,मनोज कडेल, तेजप्रकास सुनालिया, मधुसूदन भोण, उम्मेश कुल्थिया, श्रवण कुल्थिया,पुरूषोत्तम कुकरा, सुनिल डावर, ,प्रकाश चद्र सोनी, जगदीश जमवाल, अशोक मोसुण,निर्जन नारनोली, मनोज सोनी,राहुल मोसुण आदि थे ओर इस अवसर पर बड़ी संख्या मे समाज बन्धु उपस्थित थे।
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