सरकारी कर्मचारियों को डेड साल का बकाया डीए एरियर मिलेगा ,जाने क्या है कारण।
नाद कीआवाज,जयपुर सरकारी कर्मचारियों ने महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद अब डी ए के बकाया एरियर की मांग तेज कर दी है ।करोना काल मे लगातार बढती महंगाई ,पैट्रोल और गैस के दाम मे बढोतरी से आमजन के साथ ही सरकारी कर्मचारियों की भी कमर तोङ दी। महंगाई के साथ-साथ डीए मे बढोतरी से कर्मचारियो की भरपाई हो जाती थी किन्तु कोरोनाकाल मे डीए वृद्धी पर रोक ने कर्मचारियो की मुश्किलें बढा दी थी।अब डीए वृद्धि ने थोड़ी सी राहत दी है लेकिन अभी भी सरकारी कर्मचारियों को डीए एरियर का इंतजार है ।
संभव है वह इंतजार भी पूरा हो जाए। सरकारी कर्मचारियों की यूनियन ने सरकार से महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद अब डेढ़ साल का बकाया एरियर भी मांगा है ।
कर्मचारियों की यूनियन ने सरकार से बकाया डीए एरियर देने की दो ठोस वजह बताई हैं।
कर्मचारी यूनियन के श्री शिव गोपाल मिश्र के अनुसार केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के बीच कर्मचारियों को महंगाई भत्ता बढ़ाकर तोहफा दिया है, उससे उनका मनोबल बढ़ा है।
परन्तू सरकार ने पिछले डेढ़ वर्ष का एरियर देने के बारे में अभी कोई बात नहीं की है। यह तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता है।
कर्मचारियो की इस मांग के पीछे दो ठोस कारण है। डीए और डीआर कर्मचारी और पेंशनर का अधिकार हैं। इसे किसी भी स्थिती में रोका नहीं जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2021 में इसके पक्ष मे एख फैसला भी दिया है। इसके मुताबिक वेतन और पेंशन कर्मचारी का अधिकार है, और इसे कानून के मुताबिक अदा करना चाहिए।
श्री मिश्र ने बताया कि जो कर्मचारी 1 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 के बीच रिटायर हुए हैं, उनको एरियर नहीं मिलने से काफी नुकसान होगा। उनकी ग्रेच्यूटी और लीव एनकेशमेंट की रकम कम हो जाएगी इससे उनके साथ अन्याय होगा साथ ही कोर्ट केश बढेगें ,क्योंकि उन्हें डीए में बढ़ोतरी का भी फायदा नहीं मिलेगा।
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