कबीर जयंती पर मोरालाला मारवाड़ा और नवाब खान एंड बैंड ने दर्शकों का मन मोहा।

जयपुर, नादकीआवाज।

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कबीर जयंती के अवसर पर मंगलवार शाम को जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के रंगायन सभागार में कबीर वाणी और भजन प्रस्तुति का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गुजरात के कच्छ जिले के ख्याति प्राप्त कलाकार मोरालाला मारवाड़ा और जोधपुर के नवाब खान एंड बैंड द्वारा विशेष प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में  कला एवं संस्कृति मंत्री, डॉ. बी. डी. कल्ला ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। वहीं विशिष्ठ अतिथि के रूप में जस्टिस विजय कुमार व्यास और जी एस बापना शामिल हुए।

इस दौरान मंत्री डॉ. बी.डी कल्ला ने कबीर के दोहे पढ़कर जीवन में उनके महत्वों के बारे में बताया। कार्यक्रम में जेकेके की अतिरिक्त महानिदेशक (प्रशासन) श्रीमती अनुराधा गोगिया भी उपस्थित रहीं।कार्यक्रम का आयोजन संत कबीर जी के भजनों के माध्यम से युवा पीढ़ी में आध्यात्मिक एवं मानवीय मूल्यों के प्रति विचारों में जागरुकता पैदा करने के उदेश्य से किया गया था। 
कार्यक्रम में नवाब खान एंड बैंड ने 'कबीरा ते नर अंध है, गुरु को कहते ओर', 'वारी जाऊं रे, बालिहारी जाऊं रे', 'फिर ये जनम बंदा नहि आवै', 'मन लाग्यो यार फकीरी में', 'मैं अपने राम को रिझाऊं' आदि प्रमुख रचनाएं प्रस्तुत की। श्री नवाब एंड बैंड ने संतूर वाद्य यंत्र के साथ-साथ सारंगी, बांसुरी, ढोलक, तबला, गिटार एवं ऑर्गन वाद्य यंत्रों का प्रयोग कर कबीर के भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। 

इसी प्रकार से प्रख्यात भजन गायक मोरालाला मारवाड़ा ने 'हिये काया में बरतन माटी रो', 'छोडके मत जाओ ऐकली री बंजारा रे', 'उलटा बाण गगन में जाऐ लागा', 'चरखो म्हारो अजब रंगीलो', 'बंसरी वागी ने हेली सांमरी' आदि प्रमुख भजनों की सुंदर प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अनूठा होगा जयपुर का,अंतरराष्ट्रीय विश्वकर्मा स्वर्णकला शो।

श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार सभा के चुनाव संपन्न।